फरीदाबाद। उपमुख्यमंत्री की उपस्थिति में एक महिला आईएएस अफसर के साथ छेड़खानी होना ये जाहिर करती है की प्रदेश में अपराधियों के मन में कानून का कोई भी भय नहीं है। प्रदेश में गुंडा राज है। ये कहना है हरियाणा के पूर्व मंत्री करण दलाल का।
Karna Dalal sought resignation from CM and Deputy CM over eve teasing with IAS
वे बुधवार को फरीदाबाद के होटल मैगपाई में संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जगन डागर और राजेंद्र भामला भी मौजूद थे।
दलाल ने कहा कि आज फरीदाबाद में थाने-चौकी केवल चौथ वसूल रहे हैं। जबकि अपराधी खुले आम घुम रहे हैं। हरियाणा सरकार ‘बेटी बचाओ’ का नारा देती है जबकि बेटी को सरेआम उपमुख्यमंत्री के सामने बेइज्जत किया जा रहा है। जोकि बेहद ही शर्मनाक है। बेटी की रक्षा के लिए मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने एक शब्द भी नहीं कहा।
पूर्व मंत्री करण दलाल ने आईएएस के साथ छेड़खानी के मुद्दे पर उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और मुख्यमंत्री मनोहर लाल का इस्तीफा देने की मांग करते हुए कहा केवल गाड़ियों पर और दीवारों पर बेटी बचाओ, बेटी पढाओ का नारा लिखवाने से बेटी की रक्षा नहीं होती। बेटी की रक्षा के लिए अच्छी नियत और नीति होनी चाहिए। इसी प्रकार बेटी को पढ़ाने के लिए अच्छे स्कूल और कॉलेज खोलने पड़ते है। जबकि खट्टर सरकार स्कूलों को बंद कर रही है।
दलाल ने कहा कि प्रदेश में महिला अयोग सहित पूरी सरकार चुप्पी साधे बैठी है। जोकि बेहद ही शर्मनाक है।
उन्होंने मीडिया की खबर का हवाला देते हुए कहा कि इस मामले में प्रशासन का ये कहना कि आरोपी को पता नहीं था कि महिला एक आईएएस अधिकारी हैं। ये और भी शर्मनाक बात है।
दलाल ने कहा कि बेटी-बेटी होती है चाहे वह एक आईएएस अधिकारी हो या फिर कोई साधारण बेटी। सभी बेटियां एक समान होती हैं।
पूर्व मंत्री करण दलाल ने कहा कि आज प्रदेश में चारो तरफ लूट खसोट मची हुई है। थाने और चौकी से चौथ वसूली जा रही है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी अरावली में पहाड़ गायब हो रहे है। भाजपा सरकार में सूरजकुंड रोड पर अरावली में अवैध रूप से फार्म हाउस बन रहे और ये सरकार की देख-रेख में खुले आम बन रहे हैं।
दलाल ने कहा कि बड़े ही अचरज की बात है कि कांत एन्क्लेव में सुप्रीम कोर्ट के आदेश लागू होते हैं और उससे कुछ ही दूरी पर सैकड़ों फार्म हाउस और मैरिज हॉल लगातार बनते जा रहे हैं। जिसके अन्दर पक्के निर्माण भी बने हुए हैं। लेकिन हरियाणा सरकार को ये निर्माण दिखाई नहीं दे रहा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर केवल ईमानदारी का ढोंग रचते हैं। यदि ईमानदार होते तो अरावली में इस तरह से अवैध निर्माण की बाढ़ नहीं आती। भ्रष्टाचार, बेटी पढ़ाने और बेटी बचाने के मामले में वे पूरी तरह से असफल हैं। अल्पमत और जनता का विश्वास खो चुकी प्रदेश के भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।